किसान भाइयों के लिए सरकार काफी प्रयास करती रहती हैं। जिससे कि वह अपनी खेती को आगे बढ़ाएं इसके लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का भी शुभारंभ होता रहता हैं। ऐसे में सरकार किसी क्षेत्र में उपयोग होने वाले सभी संसाधनों में छूट प्रदान कर रही हैं। जिससे देश में कृषि का विकास हो सकें और किसान भाइयों की आय और फसल का स्वास्थ्य भी बढ़ सकें। यह सब को देखते हुए सरकार ने एक अच्छा कदम उठाया हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने 23 जून 2022 को कीटनाशक निर्माताओं को उत्पादकों के भाव कम करने का आग्रह किया हैं। क्योंकि कई किसान भाई जैविक खेती करना पसंद करते हैं।
केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जी ने वित्त मंत्री के साथ जीएसटी (GST) को कम करने का भी आग्रह किया हैं। उन्होंने कहा हैं, कि उर्वरकरो पर अब केवल 5% हैं और फसलों की सुरक्षा के लिए मदद देने वाले प्रोडक्ट हरित क्रांति का एक हिस्सा भी हैं। फिक्की के कृषि रसायन सम्मेलन 2022 में कीटनाशकों पर कृषि मंत्री जी ने जीएसटी को 18% से घटाकर 5% करने की बात कही थी। तो आइए अब हम जानते हैं कि मंडी भाव अपडेट (Mandi Bhav Update) की तरफ से इस ख़बर को विस्तार से देखते हैं।
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आख़िर कीटनाशकों पर कितना कम होगा जीएसटी?
- कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने कृषि रसायन उद्योग को यह विश्वास दिलाया हैं कि वित्त मंत्रालय के साथ बातचीत होने के बाद कीटनाशकों पर जीएसटी (GST) को 18% से कम करके 5% करने की मांग की गई हैं। जीएसटी (GST) परिषद की 47वीं बैठक 28 जून और 29 जून 2022 को हरियाणा के चंडीगढ़ में होने वाली हैं। यह बैठक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अध्यक्ष में होगी।
- इस बैठक में इस बात पर चर्चा तो होगी। इसके अलावा मंत्री ने यह भी कहा हैं कि किसान भाइयों को अधिक से अधिक बागवानी या ज्यादा आय देने वाली फसलों की खेती करनी चाहिए। जिससे उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ हो। उन्होंने कहा कि कीटनाशक दवाओं पर 18% जीएसटी होने के कारण किसान भाइयों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। क्योंकि इससे प्रोडक्ट्स के दाम काफी बढ़ रहे थे।
कीटनाशकों पर कितना प्रतिशत जीएसटी (GST) लगाना चाहिए?
- केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने कहा कि 18% कीटनाशकों पर जीएसटी होने के कारण किसान भाइयों की आय और फसल में काफी दिक्कत हो रही थीी। क्योंकि किसान भाइयों को बीज, उर्वरक, कीटनाशकों जैसी चीजों पर अगर 18% का जीएसटी (GST) देना पड़ रहा हैं। तो किसान भाइयों के लिए यह काफी महंगा साबित हो रहा हैं।
- कृषि उत्पादक कीमतों को कंट्रोल करने के लिए जीएसटी (GST) कम करने का निर्णय लेने पर बात हो रही हैं। क्योंकि किसान भाइयों को किटनाशक लगभग हर फसल में उपयोग करनी पड़ती हैं और इसका दाम काफी बढ़ता जा रहा है जिससे किसान भाइयों को मजबूरी में इस को खरीदना पड़ रहा था।
- फिक्की के रसायन सम्मेलन 2022 में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने यह कहा कि एग्रोकेमिकल पर 18% जीएसटी लगाना सही नहीं हैं। इसके कारण फसल के स्वास्थ्य में भी दिक्कत होती हैं क्योंकि ज्यादा जीएसटी (GST) होने से कीटनाशक का दाम ज़्यादा होता हैं। तो किसान भाई इसका उपयोग कम करते हैं इसीलिए इस जीएसटी (GST) दर को 5% तक लाया जाना चाहिए।
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अच्छी और बेहतर गुणवत्ता वाले कृषि रसायनों पर ज़ोर
- कृषि आयुक्त डॉ चारूदत्त दिगंबर माई ने कहा कि इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट एंड प्लास्टिक टेक्निक्स साथ मिलकर एग्रोकेमिकल कई प्रकार के उत्पादन बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। कृषि उद्योग में एग्रोकेमिकल एक प्रकार से रीड की हड्डी के रूप में कार्य करता हैं।
- कई वर्षों में यह भारत के कृषि उद्योग में प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ाने के साथ-साथ देसी टेक्नोलॉजी पर भी मिलकर काम कर रहा हैं। ताकि देश की फसलों का उत्पादन और सुरक्षा को बढ़ाया जा सकें। क्योंकि जिस हिसाब से जलवायु परिवर्तन और कीटों के कारण फसल में नई-नई प्रकार की बीमारियां लगती हैं। उन सब को देखते हुए नवीनतम रसायन विज्ञान और प्रौद्योगिकी शुरुआत के लिए नियम प्रणाली को बदलने की जरूरत हैं।
- उन्होंने कहा कि सरकार को सीआईबी और आरसी के कामकाज में बदलाव करना चाहिए और उन्होंने कहा कि फसलों से जुड़े सभी उत्पादकों का जीएसटी (GST) 18% से कम करके जितना नीचे हो सकें उतना कम करना चाहिए। जिससे एग्रीकल्चर क्षेत्र मे क्रांति आ सकें और किसान भाइयों की आय भी बढ़ सकें।
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अंतरराष्ट्रीय कानूनों के साथ समझौता भी आवश्यक हैं
फसल के लिए कीटनाशक एक अहम हिस्सा हैं। सरकार को कीटनाशक के क्षेत्र में एक क्रांति लानी चाहिए। देश में अनाज की ज़रूरत को पूरा करने के लिए एग्रीकल्चर प्रोडक्ट को भी बढ़ाना और सुधार करने की जरूरत हैं। इसके लिए सरकार विकसित देशों से नई-नई तकनीकों और निवेशकों को भी अपने यहां भारतीय कानून के हिसाब से बुला सकती हैं या कानून मे बदलाव कर सकती हैं।
तो आज हमनें बात की कीटनाशकों पर 18% जीएसटी (GST) की कटौती से किसान भाइयों को कैसे होगा फायदा और साथ ही कीटनाशकों पर विषेशज्ञों की क्या राय हैं। इस पर भी हमनें विस्तार से बात की। आप सभी किसान भाइयों को ये लेख अच्छा लगा। तो इस लेख को शेयर ज़रूर करें और आप सभी किसान भाइयों को ये लेख कैसा लगा। अपने विचार हमारे साथ ज़रूर साझा करें, धन्यवाद।
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