सोयाबीन फसल में कीटों पर नियंत्रण कैसे करें | How to Control Pests in Soybean

सोयाबीन फसल में कीटों पर नियंत्रण कैसे करें | How to Control Pests in Soybean

देश में खरीफ फसल की बुवाई लगभग समाप्ति की ओर हैं और अब किसानों को फसल की देखरेख पर पूरा ध्यान देना चाहिए। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान इंदौर ने किसानों को सलाह दी हैं कि सोयाबीन की खेती को लगभग 20 से 25 दिन हो चुके हैं और अब उन पर की कीट लगभग दिखाई दे सकती हैं। इसलिए उनकी सही समय पर पहचान करें और तुरंत कीटों के नियंत्रण करने की सही विधि का उपयोग करें।

सोयाबीन की पत्ती खाने वाले कीटों पर नियंत्रण

भारतीय सोयाबीन अनुसंधान ने सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों को सलाह दी हैं कि अब सोयाबीन पर पत्ती खाने वाले कीट लग सकते हैं। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान इन कीटों को नियंत्रित करने के लिए क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5 एससी 150 मिली/हेक्टेयर का उपयोग करने का सुझाव दिया हैं और यह भी कहा कि अगले 30 से 35 दिनों तक किसानों को पत्ती खाने वाले कीटों को नियंत्रण करने में मदद मिलेगी। यदि फसल अगले 5 से 7 दिनों में फुलने वाली हो तो इस रसायन का उपयोग ना करें।

इसे भी पढे:-Agriculture Infrastructure Fund : 13,000 प्रोजेक्ट के लिए 9500 करोड़ रूपए लोन की मंजूरी

सोयाबीन की फसल में तना मक्खी पर नियंत्रण

सोयाबीन की फसल मेंं कई क्षेत्रों में तना मक्खी का संक्रमण भी काफी तेजी से फैलता है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान इसके नियंत्रण के लिए थायोमेथोक्सम 12.60त्न + लैम्बडा-साइहेलोथ्रिन 9.50 (125 मिली/ हेक्टेयर) के प्रीमिक्स फॉर्मूलेशन (पूर्व मिश्रित) का छिड़काव करने का सुझाव दिया हैं।

तना मक्खी की पहचान कैसे करें?

  • यह सफेद रंग की और तने के अंदर रहती हैं और जो मक्खियां वयस्क होती हैं वह काली और चमकीली और लगभग 2 मिमी लंबी होती है।

सोयाबीन फसल में तंबाकू कैटरपिलर का नियंत्रण

सोयाबीन की खेती में तम्बकू कैटरपिलर का प्रकोप भी लगता है। इसके नियंत्रण के लिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वह लैम्बडा-साइहेलोथ्रिन 4.90 सीएस (300 मिली/हे.) या क्विनालफॉस 25 ईसी (1 लीटर/ हे.) या क्लोरेंट्रानिलिप्रोल 18.5 एससी (150 मिली/हे.) एमामेक्टिन बेंजोएट 1.90 (425 मिली/हे.) या ब्रोफ्लैनिलाइड 300 एससी (42-62 ग्राम/हे.) या फ्लुबेंडियामाइड 20 डब्ल्यूजी (250-300 ग्राम / हे.) या फ्लुबेंडियामाइड 39.35 एससी (150 मिली/हे.) या इंडोक्साकार्ब 15.8 एससी (333 मिली/ हे.) या प्रोफेनोफॉस 50 ईसी (1 लीटर/ हे.) या स्पाइनटोराम 11.7 एससी (450 टीएमएल)/एच) या टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एससी (250-300 मिली/हे.) का उपयोग करें।

तंबाकू कैटरपिलर की पहचान कैसे करें?

  • आगे के पंख– लहरदार सफेद निशान के साथ भूरा रंग का होता है।
  • पीछे के पंख– सफेद रंग और किनारे पर भूरे रंग के धब्बे के साथ होता है।

इसे भी पढे:-इस तरीके से खाद का प्रयोग करके फसल में बंपर उत्पादन पाएं, जानें पूरा तरीका

सोयाबीन फसल में राइजोक्टोनिया एरियल ब्लाइट पर नियंत्रण

सोयाबीन फसल पर राइजोक्टोनिया एरियल ब्लाइट नामक संक्रमण भीलगता है। इसके नियंत्रण के लिए किसान भाइयों को सोयाबीन की फसल पर हेक्साकोनाजोल 5 ईसी (1 मिली/ लीटर पानी) का छिड़काव करना चाहिए।

राइजोक्टोनिया एरियल ब्लाइट के लक्षण क्या हैं?

  • सोयाबिन के संक्रमित बीजों में अनियमित आकार के तने या हल्के भूरे रंग के धब्बेदार घाव होते दिखाई दे सकते है।
  • सोयाबिन की संक्रमित पत्तियां पहली बार में पानी से भीगी हुई दिखाई देती हैं। वे जल्द ही हरे-भूरे से लाल-भूरे रंग मे होती दिखाई देती है।
  • संक्रमित भाग बाद में भूरे या काले रंग का हो जाता है।
  • उच्च वर्षा या उच्च आर्द्र परिस्थितियों में, पत्तियों पर कवक के मायसेलियल विकास की तरह एक जाल बनता है।
  • सोयाबीन की पत्तियों पर गहरे भूरे रंग के स्क्लेरोटिया बनते हैं।

तो आज हमनें बात की सोयाबीन फसल मेंं कीटों पर नियंत्रण कैसे पाएं। किसान भाइयों नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके ज़रूर बताएं ये आर्टिकल आपको कैसा लगा और सभी किसान भाइयों तक इस महत्वपूर्ण जानकारी को शेयर जरूर करें, धन्यवाद।

अन्य पढ़े-

मार्च महीने में उगाई जाने वाली सब्जियां

अप्रैल मे उगाई जाने वाली सब्जिया

मई महीने मे उगाए ये फसल पाए अच्छा लाभ

जून में लगाई जाने वाली फसलें

Leave a Reply