जो किसान भाई पशुपालन करते हैं वह किसान भाई अपने पशुओं की देखभाल अच्छे से करें क्योंकि लंपी स्किन बीमारी (Lumpy Skin Disease) पशुओं में काफी तेजी से फैल रही है जिसके कारण राजस्थान में सैकड़ों पशुओं की इस वायरस के कारण मृत्यु भी हो गई है। इस वायरस में पशुओं के शरीर पर गांठे बनने लगती हैं, पशुओं को तेज बुखार आता है और पशु दूध देना भी कम कर देते है।
इस समय राजस्थान में कोरोना की ही तरह एक संक्रमण बीमारी पशुओं में फैल रही हैं जिसका नाम लंपी स्किन बीमारी (Lumpy Skin Disease) हैं। जिस वायरस के कारण भैंस और गाय बड़ी संख्या में बीमार हो रहे हैं। वहीं सबसे ज्यादा असर इस वायरस का दुधारू पशुओं पर दिखाई दे रहा है। पिछले कई दिनों में सैकड़ों पशुओं की इस वायरस के कारण मृत्यु हो गई है।
लंपी वायरस के लक्षण दिखते हैं
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान बरेली के पशु रोग अनुसंधान और निदान केंद्र के डॉक्टर केपी सिंह ने बताया कि लंपी स्किन बीमारी (Lumpy Skin Disease) होने से पशुओं के शरीर में गांठ बनने लगती है और तेजी से बुखार आता है साथ ही सिर और गर्दन के हिस्से में काफी दर्द भी रहता है और इस बीमारी के समय पशुओं में दूध देने की क्षमता भी कम हो जाती है।
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किसान भाई ये सावधानी बरतें
डॉ. केपी सिंह ने बताया कि लंपी वायरस (Lumpy Skin) मक्खियों तथा खून चूसने वाले कीड़े से फैलता हैं तथा दूषित पानी, लार और चारा की वजह से भी पशुओं में यह रोग फैलता है। जिस भी पशु में ये लक्षण दिखे तो आप अपने उस पशु को अलग रखें और खाने पीने की व्यवस्था भी अलग ही कर दें। पशुओं के रहने के स्थान पर साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें। अगर आप पशु को अलग नहीं करेंगे तो इस बीमारी से अन्य पशु भी बीमार हो सकते हैं।
पहले भी लंपी वायरस के मामले देखें गए हैं
डॉ. केपी सिंह ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है भारत में इस बीमारी को पहले भी पशुओं में देखा गया है। इसके पहले उत्तर प्रदेश, बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु जैसे कई राज्यो में गाय और भैंसों इस वायरस से पीड़ित हो चुके हैं। लंपी स्किन डिजीज को विश्व पशु सेवा संगठन ने नोटीफिएबल डिजीजन घोषित कर चुकी है।
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लंपी स्किन वायरस के लिए ये वैक्सीन फायदेमंद
डॉक्टर केपी सिंह ने बताया कि इस बीमारी पर रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने पाया की लंपी वायरस भी गोट पॉक्स की तरह है। इसलिए इस बीमारी का लक्षण देखने पर 1 किलोमीटर के रेडीयस में सभी पशुओं को वोट पॉक्स वैक्सीन का टीका लगवा देना चाहिए। जिससे यह बीमारी फैलने की संभावना कम हो जाती है और साथ ही साथ इसको लगवाने से पशु भी स्वस्थ हो जाते हैं।
वैक्सीन बनाने पर हो रहा है काम
लंपी स्किन डिजीज से बचने के लिए अभी तक कोई खुद की वैक्सीन नहीं है। अभी आईवीआरआई वैक्सीन बनाने पर कार्य कर रहा है। जल्द से जल्द लंपी स्किन डिजीज से बचने के लिए वैक्सीन बनाकर तैयार हो जायेगी।
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