प्याज की कीमते को लेकर देश में किसान आन्दोलन शुरु, सड़क पर उतरे किसान, क्या है किसानो की मांग

प्याज की कीमते को लेकर देश में किसान आन्दोलन शुरु, सड़क पर उतरे किसान, क्या है किसानो की मांग

महाराष्ट्र के नासिक सहित देश में कई जगह पर प्याज के दाम को लेकर किसान आन्दोलन शुरू हो चुका है किसानों की मांग है कि प्याज का न्यूनतम मूल्य सरकार डिसाइड करें और नाफेड उचित दर पर खरीदारी करें क्या हम पूरा मामला आज हम इस लेख में जानेंगे तो आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े किसान भाइयों।

प्याज को लेकर क्यो किसान आन्दोलन कर रहे हैं ?

महाराष्ट्र सहित देश में प्याज की कीमतों में लगातार गिरावट हो रहा है ग्रीष्म काल में प्याज का जो बाजार है वह पहले 32 से 35 रुपये प्रति किलो था वही पिछले कुछ महीनों मे प्याज की कीमतों में काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिला है कहीं -कहीं की मंडिया तो किसानों को एक रुपए प्रति किलो के भाव से प्याज ले रहे हैं इसके चलते किसानों को मजबूरन अपने प्याज को फ्री में देना पड़ रहा है अब नासिक समेत अन्य जिलों में आंदोलन शुरू हो चुका है नासिक के देवरीकला जिले के मंडी में हजारों किसानो ने आंदोलन के जरिए कीमत और भंडार की व्यवस्था करने की मांग की हैं और किसान आन्दोलन का जो तरीका था वह कुछ अलग था इस किसान भाईयो ने प्याज की माला, लहसुन की माला गले में डालकर सिर पर बोरिया रखकर रैली निकाली।

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महाराष्ट्र के किस जिलें से शुरु हुआ किसान आन्दोलन ?

महाराष्ट्र के देवरीकला जिले में सबसे ज्यादा प्याज का उत्पादन होता है इस साल किसानों ने अच्छे उत्पादन की उम्मीद की थी और उन्होंने ज्यादा फसल किया लेकिन पैदावार तो अच्छा हुआ लेकिन कीमत की वजह से उनका पूरे मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है और उन्हें मजबूरन अपने प्याज को फ्री में देना पड़ रहा है किसानो का कहना की प्याज का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य के दायरे में शामिल करना चाहिए, नही तो सिर्फ व्यापारियों को ही मुनाफा हो रहा है और किसानों की हालत यह हो गई है कि उनका जितना लागत आया है उतना भी नहीं निकल पा रहा है।

नाफेड की खरीदारी से क्यो परेशान हैं किसान आन्दोलन संघ ?

किसान आन्दोलन कर्ताओं और प्याज उत्पादन संघ का कहना है कि वर्तमान में नाफेड के माध्यम से प्रदेश के मुख्य बाजारों में प्याज की खरीदारी की जा रही है अगर आने वाले समय मे प्याज कि कीमते बढ़ती है तो नियंत्रित किया जा सकता है नाफेड से प्याज लेकर लेकिन किसानों का आरोप है कि इस समय नाफेड जो प्याज खरीद रहा है वह हर जिले में अलग-अलग रेट में किसानों को कम दाम पर ही प्याज खरीद रहा है प्याज उत्पादक संघ ने मांग किया की देश भर में सभी किसानों को एक कीमत प्याज खरीदना चाहिए नाफेड को।

प्याज की रेट मे कमी आती जा रही हैै ?

ग्रीष्मकाल आते ही प्याज का रेट बाजार में पहले 32 से 35 रुपये था लगभग पिछले 2 महीने में घटकर 1 से 2 रुपय प्रति किलो रह गया वहीं कई मंडियों में किसान 100 से 140 प्रति क्विंटल पर बेचने को मजबूर है इस आंदोलन मे किसान भाईयो ने प्याज की गारंटी कीमत और भंडारण की व्यवस्था की माग की है संघ का कहना है कि अगर हमारी मांग सरकार पुरा नहीं करेगी तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा और देश के हर राज्य हर जिले में रास्ता रोको आंदोलन शुरू होगा।

किसान आन्दोलन संघ ने क्या मांग की है ?

  • सभी प्रदेश सरकार लहसुन, प्याज फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदे।
  • सरकार को किसान भाईयो की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए 50000 प्रति एक़ड के हिसाब से कुछ राशि किसानों को दी जाए
  • लहसुन प्याज उत्पादन करने वाले किसानो को फसल निर्यात करने की अनुमति दी जाये।
  • प्याज भंडारण केंद्र की वेवस्थता की जाए।
  • क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जाए।
  • बिजली कटौती पर तुरन्त रोक लगाई जाए।
  • पेट्रोल,डीजल के दामो की मूल्य वृद्धि वापस ली जाए।
  • जो भी नलकूप खनन, बंद है जो नल-जल योजनाओं को तुरन्त शुरू कराया जाय।

तो किसान भाईयो आज हमने प्याज की कीमते को लेकर देश मे किसान आन्दोलन पर बात की आपको ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो पोस्ट को शेयर जरूर करें और कोई प्रश्न हो तो कमेंट बांक्स करके हमे जरूर बताएं आपको ये पोस्ट कैसी लगी अपने विचार हमारे साथ जरूर साझा करें। धन्यवाद

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