PM Kisan Pension Yojana:- भारत एक ऐसा देश है जो कृषि प्रधान देश कहलाता हैं। भारत की आधी से ज्यादा आबादी खेती और उससे संबंधित काम पर पूरी तरह निर्भर है।
लेकिन यहां की खेती मानसून पर भी निर्भर करती है। मानसून में परिवर्तन के कारण किसानों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा।
मानसून में परिवर्तन के कारण किसानों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ा। जिससे ज्यादा लागत और कम आय के कारण उनकी आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही थी।
जिसके कारण वह आत्महत्या करने को मजबूर हुए। दिन प्रतिदिन भारत में किसानों की आत्महत्या की संख्या में वृद्धि हो रही हैं।
इसको नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा PM Kisan Pension Yojana बनाई गई। ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति मे सुधार हो।
कैबिनेट की बैठक में PM Kisan Pension Yojana पर चर्चा
कृषि क्षेत्र के अंतर्गत आधुनिकरण के आ जाने से उनके कृषि करने के कार्य में बदलाव आया। लेकिन साथ ही सीमांत व जमीदारों द्वारा अभी भी किसानों का शोषण किया जा रहा है।
हालात ऐसे बन गए कि अन्नदाता किसान व उनके बच्चे कृषि छोड़कर गांव से शहरों में पलायन करने लगे। वह अपने बच्चों के साथ शहर में जाकर रोजगार तलाशने लगे।
जिसके कारण किस कृषि क्षेत्र में किसानों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होने लगी। कैबिनेट की बैठक में बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए एक आकर्षित पेंशन योजना की शुरुआत की।
जिससे किसानो की आय दुगनी हो जाए। जिससे किसानो को बढ़ावा और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो।
प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के तहत किन लोगों को शामिल किया जाएगा?

प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना (PM Kisan Pension Yojana) देशभर के सभी छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा उन्हें की इच्छा से योगदान देने का अवसर प्रदान किया गया है।
इसके पहले चरण में 5 करोड़ किसानों तक सरकार पहुंचेगी। इस योजना से वहीं किसान जुड़ सकेंगे। जिनकी आयु 18 वर्ष से 40 वर्ष तक हो। जिन्हें ₹3000 की पेंशन 60 वर्ष पूरा करने के बाद मिलेगी।
किसान के हित में सरकार ने उठाये ये कदम है
किसान पेंशन योजना के लाभ
- केंद्र सरकार इस पेंशन फंड के अंतर्गत उतनी ही राशि का योगदान करेगी। जितनी व्यक्तिगत किसान द्वारा दी जाएगी।
- जो व्यक्ति जितनी किस्त अदा करेगा सरकार द्वारा उतनी ही राशि उसके खातों में जमा करवाई जाएगी।
- यदि इस योजना से जुड़े किसान की मृत्यु हो जाती है। तो ऐसी स्थिति में उसके पति/पत्नी को उसकी 50% रकम मिलेगी।
- इस योजना के बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इसे सभी राज्यों में जल्द से जल्द लागू करने को कहा।
- सरकार द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच के किसानों का पंजीकरण किया जाए।
- और इस योजना में किसी भी तरह की शिकायत के सुधार के लिए ऑनलाइन निपटान प्रणाली होगी।
- प्रधानमंत्री किसान पेंशन योजना के तहत मोदी सरकार ने कम इन्वेस्टमेंट के जरिए किसानों को भी दूसरी नौकरियों की तरह से 60 साल की उम्र के बाद पेंशन मिल पाएगी।
सरकार द्वारा इस बात पर अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया कि ₹3000 मासिक या सलाना किस आधार पर मिलेंगे।
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