राजस्थान में लहसुन और प्याज की सरकारी खरीदी शुरू होगी, राजस्थान के हमारे किसान भाइयों के लिए एक बड़ी ख़बर हैं। कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी के द्वारा लहसुन और प्याज की सरकारी खरीदी को लेकर प्रयास सफल रहें। अब राजस्थान में बाज़ार हस्तक्षेप योजना के तहत राजस्थान सरकार लहसुन और प्याज की खरीदी शुरू करने जा रही हैं।यह खरीदी केंद्र सरकार के आदेश से शुरू कर दी जाएगी।
राजस्थान में लहसुन और प्याज के भाव में काफी जगह गिरावट देखने को मिली। जिसके कारण किसान भाइयों ने कई जगहों पर प्रदर्शन भी किए और कई अधिकारियों से और संगठनों से मुलाकात भी की थी। जिसके कारण यह नतीजा निकाला कि लहसुन और प्याज को खरीदने के लिए केन्द्र सरकार से आदेश जारी हुआ।
किसान भाइयों ने अपनी समस्याएं लोकसभा अध्यक्ष के सामने रखीं
राजस्थान में भी प्याज और लहसुन की अच्छी फसल हुई हैं। लेकिन किसान भाइयों को सही भाव ना मिलने के कारण उनकी फसल की लागत भी नहीं निकल पा रही हैं। जिससे किसान भाइयों को बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ था। ऐसे में किसान भाई मिलकर 2 मई को कोटा के राजस्थान लोकसभा कार्यालय में ओमप्रकाश बिरला जी से मिले थे और उन्होंने अपनी समस्याओं को उनको बताया था।
किसान भाइयों के द्वारा बताए गई समस्याओं के बाद ओमप्रकाश बिरला जी ने राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया जी से फोन पर बात की और बाज़ार हस्तक्षेप योजना के द्वारा राजस्थान में लहसुन और प्याज की सरकारी खरीद का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजने के लिए कहा था। ओमप्रकाश बिरला जी के प्रयासों से राजस्थान सरकार अब किसान भाइयों से लहसुन और प्याज की सरकारी खरीद के लिए आदेश मिल चुका हैं। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्रालय ने राज्य के कृषि विभाग को एक चिट्ठी लिखकर भेजी। जिसमें लहसुन और प्याज को खरीदने के लिए कहा गया हैं।
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किसान भाइयों से प्याज और लहसुन कितना खरीदा जाएगा?
केंद्र सरकार द्वारा राज्य के कृषि मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव में यह बताया गया हैं। कि राज्य सरकार बाज़ार हस्तक्षेप योजना के तहत 1 लाख 7 हजार 836 मैट्रिक टन लहसुन तथा 2 लाख 56 हजार 400 मैट्रिक टन प्याज की खरीदारी करेगी और लहसुन के जो भाव तय किए गए हैं। वह 29 हजार 570 रुपए प्रति मैट्रिक टन जबकि प्याज के लिए 7780 रुपये प्रति मैट्रिक टन के भाव से खरीदा जाएगा और जिन मंडियों में टैक्स लगता हैं, गोदाम किराया, लोडिंग, अनलोडिंग, जैसे अन्य खर्चे। इसमें लहसुन के लिए 7393 रुपए मैट्रिक टन तथा प्याज के लिए 1945 रुपये मैट्रिक टन की अलग से व्यवस्था की गई हैं।
राजस्थान में लहसुन और प्याज की सरकारी खरीदी कितने केंद्रों पर होगी?
राजस्थान सरकार के द्वारा लहसुन और प्याज की सरकारी खरीदी के लिए कुल 10 केंद्र बनाए गए हैं। राजस्थान सरकार द्वारा कुछ ज़िले अभी पंजीकृत नहीं हुए। जहां पर अभी प्याज और लहसुन की सरकारी खरीदी के लिए केन्द्र स्थापित किए हैं। जिसमें नागौर, सीकर, जोधपुर, झुंझुनू, और जयपुर, शामिल हैं।
इस सीजन राजस्थान में लहसुन का उत्पादन कितना हुआ जानें?
राजस्थान में इस सीजन लहसुन का रकबा 69 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 1.32 लाख हेक्टेयर हो गया हैं। राजस्थान मे लहसुन का उत्पादन भी इस वर्ष 3.11 से लेकर 3.77 लाख मैट्रिक टन से बढकर 7.7 लाख मैट्रिक टन हो गया हैं।
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राजस्थान में लहसुन के भाव में गिरावट क्यों आई?
लहसुन का भाव गिरने का मुख्य कारण यह हैं कि लगभग 5 से 6 सप्ताह पहले ही मंडियों में लहसुन आने लगा जिसके कारण लहसुन के भाव में गिरावट देखने को मिल रही हैं। क्योंकि लहसुन की पैदावार इस बार बहुत अच्छी हुई हैं।
राजस्थान में सबसे ज़्यादा प्याज और लहसुन कहां होता हैं?
अगर राजस्थान में लहसुन और प्याज की बात की जाए। तो राजस्थान के हाड़ौती, कोटा, बूंदी, झावर और बारां ये ऐसे क्षेत्र हैं। जहां पर पूरे राजस्थान राज्य के उत्पादन का लगभग 80% से 90% उत्पादन इन्हीं क्षेत्रों में होता हैं।
तो किसान भाईयों आज हमनें राजस्थान में लहसुन और प्याज के भाव को लेकर आई बड़ी खबर पर विस्तार से चर्चा की। आप सभी किसान भाइयों को ये लेख अच्छा लगा हों। तो इस लेख को शेयर जरूर करें और कोई भी प्रश्न हो तो नीचे कमेंट बाॅक्स में अवश्य पूछें। आपको ये लेख कैसा लगा। अपने विचार हमारे साथ ज़रूर साझा करें, धन्यवाद।
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