देश-दुनिया में बढ़ती टेक्नोलॉजी ने किसान भााइयोंं को इतना जागरूक कर दिया हैं। कि अब किसान भाई साधारण तरीके से प्याज की खेती नही कर रहे हैं अन्य तरीकों से भी प्याज की खेती कर रहे हैं। वह पूरी तरह से मॉडर्न खेती कर रहे हैं और नए नए प्रयोग करके अपने अपनी फसल में प्याज पैदावार को बहुत ही अच्छा बढ़ रहे हैं। ऐसा ही कुछ किसान भाइयों ने प्याज की खेती में शराब का उपयोग किया हैं और उनकी प्याज पैदावार कुछ अलग देखने को मिल रही हैं। आज हम जानेंगे कि आखिर किसान भाई प्याज फसल में शराब का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं तो आप सभी किसान भाई इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
किसान भाइयों को इस टेक्नोलॉजी से काफी मदद मिल रही हैं उन्हें नई-नई चीजें सीखने समझने को मिल रही है वह चाहे किसान भाई गांव के एक कोने में बैठे हो या किसी शहर में बैठे हों। टेक्नोलॉजी से किसान भाई को बहुत ही नई-नई जानकारियां मिल रही हैं। जिससे वह अलग-अलग प्रयोग कर रहें हैं और अपने खेत की पैदावार को बहुत ही अच्छा बढ़ रहा हैं और मुनाफा भी कमा रहा हैं।
काफी किसान भाइयों से मिली जानकारी के मुताबिक के किसान भाई प्याज की खेती में शराब का उपयोग करते हैं। शराब का उपयोग करने का सबसे मेन कारण होता हैं कि प्याज में जो एक चमक होती है वह किसान भाई बताते हैं कि इस शराब के छिड़काव के कारण मिलती हैं जी हां इसमें चौंकने वाली बात नहीं हैं। यह एकदम सही बात है और इसका उपयोग आप भी कर सकते हैं।
सब्जियों को भी चमकदार कैसे बनाएं ?
आज किसान भाई सब्जियां उगाते हैं। तो उनमें कीटनाशक का प्रयोग करना पड़ता है जो कि काफी महंगा हो चुका हैं। इसके लिए किसान भाई अलग-अलग प्रकार का प्रयोग करते रहते हैं। ऐसे में सब्जियों पर शराब का छिड़काव करते हैं, सब्जियों में चमक और एक अच्छा रंग लाने के लिए। लेकिन कुछ प्रमुख वैज्ञानिकों का ये भी मानना हैं कि इससे बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है लेकिन किसान भाईयो का अपना-अपना प्रयोग हैं और आप भी कर सकते हैं।
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खेत में शराब का उपयोग करना सही या गलत !
किसान भाइयों आज के समय में सोशल मीडिया काफी न्यूज़ आती रहती हैं कि ऐसे खेती करें, यह दवा डाले आदि लेकिन जहां तक शराब के उपयोग कि बात है वैज्ञानिकों का मानना है कि शराब में कीट को मारने का कोई-कोई गुण नहीं होता हैं। आपको अपनी फसल को अच्छा बनाने के लिए कीटनाशक का प्रयोग करना ही पड़ेगा क्योंकि शराब के ऊपर अभी तक वैज्ञानिकों का कोई परीक्षण नहीं हुआ हैं। लेकिन किसान भाई अपने हिसाब से जो परीक्षण करते हैं उसको बताते हैं कि उनको फायदा हुआ है तो इसलिए अगर आप भी इसका प्रयोग करें तो पहले केवल कम फसल पर इसका प्रयोग करके देखें। अगर आप को भी लाभ हो रहा हैं, तो इसके बाद फिर आप इसको अपने पूरे फसल पर प्रयोग करें अन्यथा ना करें।
देश में सबसे ज्यादा प्याज उत्पादन करने वाला राज्य
महाराष्ट्र देश में सबसे ज्यादा प्याज उत्पादन करने वाला राज्य हैं। महाराष्ट्र में एक नहीं तीन-तीन फसलें प्याज की है उगाई जाती हैं और देश में जो भी प्याज के भाव होते हैं। वह महाराष्ट्र से ही तय होते हैं। प्याज सब्जियों में प्रयोग होने वाला महत्वपूर्ण पदार्थ हैं। बिना प्याज की सब्जी की कल्पना थोड़ा सा अजीब लगता है और यह एक प्रकार से औषधि गुण का भी कार्य करती हैं।
महाराष्ट्र के किसान भाई बताते हैं, कि प्याज का पैधा तैयार करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता हैं। अगर प्याज का पौधा अच्छा तैयार कर लेंगे। तो आपकी प्याज की फसल भी बहुत ही अच्छी देखने को मिलेगी। महाराष्ट्र में धुले, कोल्हापुर, सोलापुर, पुणे, नासिक आदि जिलों में बहुत ही अधिक मात्रा में प्याज की खेती होती हैं। पूरे भारत देश में नासिक का प्याज सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं। एशिया का सबसे बड़ा प्याज का बाजार जो है वह नासिक जिले के लासलगांव में ही स्थित हैं।
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प्याज की खेती के लिए मिट्टी कैसी होना चाहिए ?
वैज्ञानिकों के अनुसार है प्याज की खेती के लिए अलग-अलग प्रकार से अलग-अलग मिट्टी पर की जा सकती है हालांकि खेत ऐसा होना चाहिए जहां पर खेत मे पानी नहीं लगने चाहिए। प्याज की खेती के लिए दोमट मिट्टी बहुत ही उत्तम मिट्टी मानी जाती हैं। प्याज की खेती अधिक क्षारीय या नमी वाली मिट्टी में नहीं की जा सकती हैं।
प्याज की खेती के लिए भूमि कैसे तैयार करें ?
किसान भाइयों को प्याज की खेती के लिए भूमि को तैयार करने के लिए सबसे पहले खेत को दो से तीन बार अच्छी तरह से कल्टीवेटर करना हैं हेरा के द्वारा और अच्छे से जुताई कर देना चाहिए। जिससे जो भी पुरानी खेती हुई थी उसके जो भी सडे़-गले पदार्थ हैं। वह पूरी तरह से मिल जाए और इसके बाद उस पर पाटा लगा कर उसको पूरी तरह से समथर बना दे जिससे आपकी नमी बनी रहें और मिट्टी भी भुरभुरी बन जाएं। जमीन के नीचे से 15 सेमी से 20 सेमी और ऊंचाई पर 1.2 मीटर चौड़ी पट्टी पर प्याज लगा सकते हैं।
प्याज की खेती के लिए खाद का प्रयोग कितना करें
प्याज की खेती करने के लिए पोषक तत्वों की काफी ज्यादा जरूरत होती हैं इसलिए अगर आप अपने खेत की मिट्टी की जांच के आधार पर ही उसमें उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं या 20 टन से 22 टन प्रति हेक्टेयर की दर पर आप सड़ी हुई गोबर की खाद 1 महीने 2 महीने पहले खेत में डाल सकते हैं। जिससे आप की खेत की उर्वरा शक्ति क्षमता हैं, वह पूरी तरह से बन जाए और उसके बाद आपकी जो भी फसल उगे, वह बहुत ही से उगे।
तो किसान भाईयों आज हमनें प्याज की खेती के बारे में बात की। किसान भाइयों आपको ये लेख अच्छा लगा हो तो लेख को शेयर जरूर करें और कोई प्रश्न हो तो कमेंट बाॅक्स में करके हमे जरूर बताएं, आपको ये लेख कैसा लगा। अपने विचार हमारे साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद
FAQ
प्रश्न-बरसाती प्याज की नर्सरी कब तैयार की जाती है?
उत्तर – खरीफ में बुआई के लगभग 6-7 सप्ताह बाद तथा रबी में 8-9 सप्ताह बाद पौध खेत में रोपण के लिए तैयार हो जाती है।
प्रश्न- प्याज का बीज कितने दिन में उगता है ?
उत्तर – 7 से 10 दिन के अंन्दर।
प्रश्न- एक बीघा में प्याज का बीज कितना लगता है?
उत्तर – 700 से 800 ग्राम बीज ।
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