मई महीने मे उगाए ये फसल पाए अच्छा लाभ Vegetables are Grown in May

मई महीने मे उगाए ये फसल पाए अच्छा लाभ Vegetables are Grown in May

नमस्कार किसान भाइयों, आज हम आपको बताएंगे मई महीनें में आप इन फसलों लगाकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं। (Vegetables are Grown in May) तो सबसे पहले हम बात करेंगे परवल की, दूसरा बात करेंगे अरबी की और तीसरी हल्दी की हम तीनो के बारे में बुआई से लेकर खुदाई/तुड़ाई तक की पूरी प्रक्रिया भी देखेंगे पोस्ट पढ़ने के बाद आप अपने विचार साझा जरूर करें तो आइए सबसे पहले जानते है परवल के बारे में।

परवल (Pointed Gourd)

मई महीने मे उगाए ये फसल पाए अच्छा लाभ Vegetables are Grown in May
परवल (Pointed Gourd)

परवल की खेती यदि आप करना चाहते हो तो आपको गर्म जलवायु की आवश्यकता पड़ेगी। आप परवल की खेती ठंडी जलवायु में भी कर सकते हो लेकिन फिर आपको अच्छा उत्पादन नहीं मिलेगा। गर्मियों में इसकी बढ़वार अच्छी होती है। परवल की खेती के लिए बलुई दोमट मृदा जोकि अच्छी जल निकास वाली हो उसे अच्छा माना गया है। परवल मे दो प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है पहली क्षेत्रीय प्रजातियां दूसरी उन्नतशील प्रजातियां। (Vegetables are Grown in May)

बुवाई कैसे करनी चाहिए

अधिकतर लोग मेड़ों के किनारे परवल की खेती करते हैं खेत की पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए। उसके बाद 2-3 जुताई देसी हाल से करनी चाहिए। उसके बाद आप पाटा लगातार खेत को समतल बना लिजिए।

ताकि खेत भुरभुरा हो जाए। मेड़ों के किनारे आप 1.5 मीटर लम्बा गड्डा बना लीजिए तथा वे 1.5 मिनट चौड़ा और 60-90 सेंटीमीटर तक गहरा  होना चाहिए। उसके बाद आप गड्ढों में गोबर की खाद डालकर तैयार कर लीजिए। आखिरी जुताई के समय 200-250 क्विंटल सड़ी गोबर की खाद आप प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डाले। (Vegetables are Grown in May)

उर्वरक व खाद्य

सबसे पहले आपको 200-250 क्विंटल गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर के हिसाब से चाहिए। उसके बाद 90 किलोग्राम नत्रजन, 60 किलोग्राम फास्फोरस और 40 किलोग्राम पोटाश की आवश्यकता पड़ेगी। पोटाश व फॉस्फोरस की पूरी मात्रा आप डाल दीजिए लेकिन नत्रजन की आधी मात्रा ही डाले। बच्ची हुई नत्रजन को फूल आने की अवस्था में डाले।

सिंचाई करने की व्यवस्था

आप नमी के अनुसार खेत की सिंचाई कर सकते हो। यदि जरूरत पड़ती है तो करीबन 8 10 दिन के अंदर आप इसकी पहली सिंचाई कर सकते हो। 15-20 दिन जाड़ों में तथा 10-12 दिनों में गर्मियों में सिंचाई की जरुरत पड़ती है। वर्षाकाल में आवश्यकतानुसार ही इसकी सिंचाई करें।

तुड़ाई करने का समय

जब फल बनना प्रारंभ हो जाए तथा खाने योग्य हो जाए तो करीबन आप 15-18 दिन बाद इसकी तुड़ाई कर सकते हो। (Vegetables are Grown in May)

इसे भी पढ़े:- 14 खरीफ फसलों के एमएसपी MSP से किसानों को मिलेगा अधिक भाव

अरबी (Arabic)

मई महीने मे उगाए ये फसल पाए अच्छा लाभ Vegetables are Grown in May
अरबी (Arabic)

अरबी की खेती अच्छी तरह से गर्म तथा वर्षा दोनों ही तरह के मौसम में होती है। जीवांश वाली रेतीली दोमट मिट्टी में बुआई सही होती है। ध्यान रखे जल निकासी की अच्छी व्यवस्था हो क्योंकि ज्यादा समय तक खेतों में पानी भरने से पौधे सड़ने लगते हैं।

बुआई करने का सटीक तरीका

इस की खेती आप दो तरीके से कर सकते हो पहला समतल क्यारियों में बुआई करके तथा दूसरा मेड़ बनाकर। यदि क्यारियों में बुवाई करे तो ध्यान दें कतारों से कतारों के बीच 45 सेंटीमीटर और पौधों के बीच 30 सेंटीमीटर के दूरी रखें।

यदि आप मेड़ बनाकर इसकी बुआई करते हो तो दोनों ही किनारों के बीच करीबन 45 सेंटीमीटर की दूरी तथा पौधों के बीच 30 सेंटीमीटर की दूरी रखे। बुआई से करीबन 15-20 दिन पहले 250 क्विंटल गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर के अनुसार डाले। (Vegetables are Grown in May)

उर्वरक व खाद्य की मात्रा

करीबन 25-30 टन गोबर की खाद, 80 किलोग्राम पोटाश, 60 किलोग्राम फॉस्फोरस, नाइट्रोजन 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डालना चाहिए। जुताई करने से पहले ध्यान दें गोबर की खाद को मिट्टी में मिला लें। पोटाश व फास्फोरस की पूरी मात्रा तथा नाइट्रोजन की आधी मात्रा ही डाले। उसके बाद बची हुई नाइट्रोजन को दो भागों में बांटकर करीबन 35-40 दिन तथा 70 दिन बाद खड़ी फसल में डालना चाहिए।

सिंचाई का सही तरीका

गर्मियों के दिनों में करीबन आपको 6-7 दिन के अंतर पर सिंचाई करते रहना है। वर्षा ऋतु में सिंचाई की जरूरत इतनी नहीं होती लेकिन खेत में देखते रहे की नमी की कमी ना हो। 15-20 दिन में आप सिंचाई कर दीजिए। आवश्यकतानुसार समय समय पर निराई-गुड़ाई  करते रहना चाहिए ताकि उपज अच्छी हो। (Vegetables are Grown in May)

खुदाई करने का वक्त

करीबन मानके चलिए की बुआई से 130-140 दिन के बाद जब आपको लगे पत्तियां सूख गई है तो उसके बाद आप फसल की खुदाई शुरू कर सकते हो। भंडारण करते वक्त अरबी को हवादार रूम में फैला कर रखना चाहिए तथा समय समय पर जांच करते रहना चाहिए।

इसे भी पढ़े:- PM Fasal Bima Yojana फसल बीमा योजना 2020 पूरी जानकारी भाव

हल्दी (Turmeric)

मई महीने मे उगाए ये फसल पाए अच्छा लाभ Vegetables are Grown in May
हल्दी (Turmeric)

हल्दी की बेहतर उपज पाने के लिए आपको जमीन की तैयारी अच्छी करनी होगी। क्योंकि ये भूमि के भीतर होती है आप लोग जमीन को भुरभुरा बनाना ना बोले और गहरी जुताई जरूर करें मिट्टी पलटने वाले हल से तथा करीबन 3-4 बार कल्टी वेटर से जुताई करें। हल्दी की भी कई उन्नत शील प्रजातियां होती है जैसे कि सुगुना, सुरोमा, सुगंध आदि। (Vegetables are Grown in May)

बुआई करने का सही समय

हल्दी की बुआई का समय अप्रैल से जुलाई तक माना जाता है वैसे तो इसकी बुवाई समतल क्यारियों में की जाती है। और लेकिन जिस जगह पानी रुकने के संभावना हो तो आप मेड़ों पर 15 सेंटीमीटर ऊपर करके लगाएं। जल निकासी व्यवस्था बनाए रखें। 40 सेंटीमीटर की दूरी आप प्रकंदों की पंक्ति के बीच रखें 5+6 सेंटीमीटर के गहराई पर तथा 15-20 सेंटीमीटर की दूरी पर बोये।

उर्वरक व खाद्य की मात्रा

सबसे पहले इस की खेती के लिए आपको 20-25 टन  गोबर की खाद की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा आपको 60-70 किलोग्राम स्फुर, 80-100 किलोग्राम पोटाश, 100-120  नत्रजन की जरूरत पड़ेगी। अंतिम जुताई के समय पोटाश व स्फुर पूरी मात्रा में डाले तथा नत्रजन की आधी ही मात्रा डाले। बची हुई नत्रजन को दो भागों में बांट लें और खड़ी फसल में बुआई से करीबन 40-60 दिन बाद पहली मात्रा डाले उसके बाद दूसरी मात्रा करीबन 80-100 दिनों बाद डालनी चाहिए।

इसे भी पढ़े:- 2015 से 2020 तक इंदौर मंडी में प्याज भाव और आवक का पूरा सटीक विश्लेषण

सिंचाई करने का सटीक समय

यदि आप हल्दी की खेती चिकनी दोमट मृदा में करते हो तो सिंचाई की जरुरत आपको कम पड़ेगी  सिंचाई की जरुरत हल्की जमीन में अधिक होती है। बुआई के समय यदि वर्षा नहीं हो रही तो करीबन 4-5 सिंचाई करनी चाहिए । वर्षा ऋतु में आप 20 दिन के अंतराल पर आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। (Vegetables are Grown in May)

खुदाई करने का समय

हल्दी की फसल किस्मों के हिसाब से 210-280 दिन में पक जाती है। और खुदाई के लायक हो जाती है जब आपको लगे पत्तियां पीली होकर सूखने लगी है तो खुदाई करना शुरु कर सकते हो। प्रकंदों को ध्यान से काटें वे साफ़ करें।

अब आप हमसे Youtube पर भी जुड़ सकते हैं।

आज हमने देखा कि मई के महीनें में (Vegetables are Grown in May) हम इन फसलों को उगाकर काफी अच्छा लाभ ले सकतें हैं और भी महतवपूर्ण पोस्ट (लेख) पढ़ने लिए आप किसान न्यूज़ (Kisan News) Category पर क्लिक करके बाकी पोस्ट भी पढ़ सकते हैं। आपको ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो पोस्ट को शेयर जरूर करें और अपना बहुमूल्य कमेंट करके हमे जरूर बताएं आपको ये पोस्ट कैसी लगी अपने विचार हमारे साथ जरूर साझा करें।

Leave a Reply